मकान कि नीव की खुदाई का कार्य Excavation
खुदाई कार्य (Excavation)
घर बनाते समय जमीन कि खुदाई का ध्यान अवश्य रखे खुदाई अलग अलग जमीन के हिसाब से खुदाई का कार्य अलग अलग होता है एवं भवनों कि भार वहन क्षमता के हिसाब से भी उनकि गहराई अलग होती है पर हम यहा साधारण डबल स्टोरी इमारत अथवा सिंगल स्टोरी के हिसाब से बात करेंगे
जमीन कई प्रकार कि होती है जैसे
1.पथरीली ज़मीन
2.काली मिट्टी जमीन
3.कोपरा वाली जमीन
4.पीली मिट्टी वाली जमीन
इत्यादि अधिक्तर इन चारों मेसे ही जमीन की किस्म पाई जाती है खुदाई कार्य करने से पहले अपनी जमीन की मिट्टी का S.B.C टेस्ट अवश्य करवाये S.B.C टेस्ट के आधर पर आपके भवन की भार वहन क्षमता निर्धारित कि जाति है उसी आधार से पूरे स्ट्रक्चर का डिजाइन किया जाता है S.B.C टेस्ट कहासे करवाए उसके लिए आप मुझे E-mail or instagram par संपर्क कर सकते है इस टेस्ट मे थोड़ी सी निर्माण कार्य वाली जगह की मिट्टी ले ली जाती है ओर लेब मे टेस्ट करने के बाद आपको रिपोर्ट दी जाती है जिसे आप architect को दे कर अपने मकान का डिजाइन करवा सकते है
यदि आपकी जमीन काली मिट्टी वाली है ओर काली मिट्टी 10 फुट गहराई तक है तो आपके पायल फाउंडेशन ही करवाना चाहिए
अगर आपकी जमीन 2,3,4 फुट तक काली मिट्टी है और उसके बाद कोपरा या कडक पीली मिट्टी है तो आपको 2 मीटर से अधिक की खुदाई करनी चाहिए और square Foundation का उपयोग करना चाहिए या trapezium Foundation का भी उपयोग कर सकते है दोनों नीव को आप चित्र में नीचे देख सकते है
( square foundation or footing)
यदि आपकी जमीन मे खोदने पर 1फुट बाद ही कोपरा निकलने लगता है तो अपकी जमीन कोपरा वाली कहलाएगी ऐसी जगह मे 1मीटर से अधिक गहराई यानीकि 1.2 मीटर एक मंजिला इमारत या दो मंजिला के हिसाब से पर्याप्त है और इसमें square Foundation trapeziumFoundation का उपयोग किया जा सकता है बाकी आप अपनी ड्राइंग के हिसाब से भी करवा सकते है
अगर आपकी निर्माण कार्य की जमीन पथरीली चट्टानों वाली है तो आपको ज्यादा खुदाई करने की जरूरत नही होती ऐसी जगहों पर चट्टानों मे ड्रिल की सहायता से होल कर के केमिकल द्वारा रोडस को ग्राउट कर के square Foundation footings का निर्माण किया जाता है ऐसी जगह पर बिना सिविल इंजीनियर के कार्य ना करे ओर अपनी भवन निर्माण ड्राइंग के हिसाब से ही कार्य करे
पीली मिट्टी
यदि आप की निर्माण कार्य की जमीन मे पिली मिट्टी खुदाई मे निकलती है या काली मिट्टी के1,2 या फुट 5 के साथ बाद पीली मिट्टी निकलती है तो उसे तब तक खुदवाए जबतक दानेदार पत्थर वाली कडक मिट्टी ना आ जाये ऐसी जगह पर square Foundation footing trapezium Foundation का उपयोग किया जाता है
ध्यान रखें कि जहां तक हो सके सभी फाउंडेशन के गड्ढे एक समान लेबलों में हो याने की सबकी गहराई एक सामान हो
धुरमुस्त या कुटाई क्रय
धुरमुस्त याने खुदाई कार्य पूर्ण होने पर लोहे के भारी ओर चपटे धुरमुस्त से गड्डे मे अच्छे से कुटाई करे ताकि बेस की जमीन समतल हो सके ओर फूटींग लेबल में रहे
बेस गिट्टी (P.C.C)
धुरमुस्त के बाद बेस गिट्टी का कार्य किया जाता बेस गिट्टी या P.C.C 40mm आकर की गिट्टी से करे जिसका रेश्यो 1:4:8 रखे यानी 1 तगारी सीमेंट 4 तगारी रेत ओर 8 तगारी गिट्टी के माल का मिश्रण बना कर 4 इंच मोटाई की गिट्टी डाले और डालते समय हल्के हल्के धुरमुस्त से कुटाई करे आप का बेस तैयार हो जायेगा अगले दिन इसकी तराई अवश्य करें
सेंटर लाइन (LAYOUT)
P.C.C के बाद अगले 2,3 दिनों बाद सेंटर लाइन का कार्य करे सेंटर लाइन बिल्डिंग के कालम को उनकी सही जगह पर रखने के लिए निकली जाती है जिससे कॉलम अड़ा तिरछा ना हो सेंटर लाइन के बाद उस पर लोहे का जाल बिछाया जाता है ओर जल के निचे कवर ब्लॉक लगाए जाते है जिससे के लोहे मे जंक ना लगे जाल के ऊपर कॉलम को सेंटर लाइन से मिलाकर खड़ा किया जाता है उसके बाद चरो तरफ प्लाई की शटरिंग लगाई जाती है ओर से कॉन्क्रीट के मिश्रण जो ड्राइंग में दिया हो वो बनाके भरा जाता है जिसे फूटींग कहते है या फाउंडेशन कहते है फूटींग का चित्र नीच आप देख सकते है
रेश्यो
अगर आप के ड्राइंग मे रेशियो M20 लिखा है तो आप को 1:1:5:3 का मिश्रण बनाके फूटींग मे भरना है 1 तगारी सीमेंट, डेढ़ तगारी रेत ओर 3 तगारी गिट्टी का मिश्रण M20 कहलाते है
अगर आप के ड्राइंग मे रेशियो M25 लिखा है तो आप को 1:1:2 का मिश्रण बनाके फूटींग मे डालें 1 तगारी सीमेंट 1 तगारी रेत ओर 2 तगारी गिट्टी का मिश्रण M25 कहलाता है
M20 के हिसाब से एक बोरी सीमेंट का मिश्रण बनाने के लिए 1 बोरी सीमेंट, 4.5 तगारी रेत , 9 तगारी गिट्टी की जरूरत होती है
फूटींग डालते समय कॉन्क्रीट के मिश्रण में वाइब्रेटर अवश्य चलाये वाइब्रेटर से मिश्रण अच्छी तरह से सेट हो जाता है जिससे honeycomb याने की कॉन्क्रीट में छिद्र नही बनते ओर कॉन्क्रीट लंबे समय तक मजबूत रहती है
कवर ब्लॉक
कवर ब्लॉक सीमेंट के बने हुए होते है जो अलग अलग आकर मे आते है बीम के लिए 30mm के कवर ब्लॉक का उपयोग किया जाता है छत्त मे 20mm के कॉलम मे 40mm के ओर फूटींग मे 50mm से 60mm के कवर ब्लॉक का उपयोग किया जाता है कवर ब्लॉक बहोत जरूरी होते है ये लोहे को ऊपर उठाकर रखते है जिससे लोहा कॉन्क्रीट के अंदर ही रहता है ओर उसे जंक से बचाता है और कॉन्क्रीट को लंबी उम्र प्रदान करता है कवर ब्लॉक ऑनलाइन खरीदने का लिंक में आप को निचे दे दूंगा आप वाह से ऑर्डर कर के मँगवा सकते है
मकान मे फाउंडेशन सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हिस्सा है इसलिए फूटींग डालते समय ऊपर लिखी गई कंस्ट्रक्शन की तकनीकी जानकारी को फॉलो करें और अपने घर को मजबूती प्रदान करे इस ब्लॉग मे खुदाई से फूटींग तक कि सारी जानकारी आपको मिल जायेगी यदि किसी भी प्रकार का सन्देह या ओर अधिक जानकारी चाहिए हो कंस्ट्रक्शन से या सिविल इंजीनियरिंग से सम्बंधित तो आप मुझे comment में लिख सकते हो या मुझ से सम्पर्क कर सकते हो
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Nice one sir
ReplyDeleteGrateful
ReplyDeleteVery Nice Information Moreji.
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