Home loan

 Home Loan



हम सभी को एक ना एक दिन अपना घर बनाने की जरूरत पड़ती है या एक नया घर खरीदने की आवश्यकता होती है लेकिन हम मेसे अधिकांश लोगों के पास इतने सारे पैसे एक मुश्त नही होते हैं कि हम अपना घर नकद राशि में खरीद सके या घर का निर्माण कार्य करवा सके तो ऐसे में हमे किसी ना किसी बैंक से घर खरीदने के लिए पैसे लेने पड़ते हैं जिसे हम लोन कहते हैं।अब यह राशि हम अपना मकान खरीदने के लिए ले रहे हैं तो इस लिए इस राशि को हम होम लोन कहते हैं। अब हमें होम लोन 2 प्रकार मिलते हैं पहला फिक्स रेट ऑफ इंटरेस्ट ओर दूसरा फ्लोटिंग रेट ऑफ इंटरेस्ट पर आइये जानते हैं इनके बारे में


1.Floting rate of interest

   फ्लोटिंग रेट ऑफ इंटरेस्

यह पूरा मार्केट पर आधारित होता है मान लीजिए आप किसी बैंक में जाकर 6.75℅ के रेट ऑफ इंटरेस्ट पर एक लोन लेते हैं। अगर मान लीजिए आज की तारिख में किसी बैंक से लोन लेते हैं जिसका रेट ऑफ इंटरेस्ट 6.75% चल रहा है और आगे चल कर वह 4,5 वर्षो बाद होम लोन के रेट ऑफ इंटरेस्ट महंगे हो जाते हैं रेट ऑफ इंटरेस्ट 6.75 से बढ़कर 7.50% हो जाते हैं तो बचे हुए लोन राशि पर आप को 7.50% के हिसाब से लोन की किश्ते जमा करनी पड़ेगी। इस प्रकार यदि होम लोन का रेट ऑफ इंटरेस्ट 6.75% से घट कर 5.50% हो जाता है ओर आपका लोन फ्लोटिंग इंटरेस्ट पर है तो बचे हुए लोन की राशि पर आपको कम रेट ऑफ इंटरेस्ट के अनुसार लोन की किश्ते चुकानी होगी। याने की यदि भविष्य में लोन का रेट ऑफ इंटरेस्ट बढ़ता है तो बड़े हुए रेट ऑफ इंटरेस्ट पर आपको लोन चुकाना पड़ेगा और यदि रेट ऑफ इंटरेस्ट घटा तो घटे हुए रेट ऑफ इंटरेस्ट के अनुसार लोन चुकाना पड़ता है। ओर दूसरा फायदा फ्लोटिंग रेट ऑफ इंटरेस्ट का ये ही कि किसी भी प्रकार की pre payment याने की समय से पहले एक मुश्त भुगतान पर लगने वाली पेनाल्टी भी भविष्य में नही देनी होगी उदाहरण के लिए अगर आप 10000 रुपये की किश्त चुका रहे हैं उस कैस में अगर आप के पास 2,3 लाख रुपये एक साथ आ जाते है तो आप सोचते हैं कि में 2,3 लाख रुपये बैंक को एक साथ जमा कर देता हूँ ताकि मेरा लोन जल्दी खत्म हो जाये तो आप ऐसा कर सकते हैं आपको कोई पेनाल्टी नही देनी पड़ेगी।


लाभ: अस्थायी दर को चुनने का सबसे स्पष्ट लाभ यह है कि आपको नवीनतम दर के आधार पर बिल किए जाने का लाभ मिलता है। यदि दरें गिरती हैं, तो आप ब्याज शुल्क पर बचत करते हैं। 


नुकसान: दुर्लभ परिदृश्य में, यदि मानक दरें बढ़ती हैं, तो ऋण को उच्च दर पर बिल किए जाने का खामियाजा भुगतना पड़ता है।



Fix rate of interest

फिक्स रेट ऑफ इंटरेस्ट

यदि हम फिक्स रेट ऑफ इंटरेस्ट की बात करे तो अगर आज की तारीख में 6.75℅ का रेट ऑफ इंटरेस्ट चल रहा है। और मान लीजिए अगर आपने अगले 20 साल के लिए लोन लिया है और अगले 20 वर्षो में फिर होम लोन का रेट ऑफ इंटरेस्ट 10% या 15% तक चला जाये तो आपको 6.75% के हिसाब से ही लोन जमा करना है।


अक्सर हमारे मन मे सवाल ये आता है कि हमे फिक्स रेट ऑफ इंटरेस्ट का चयन करना चाहिए या फ्लोटिंग रेट ऑफ इंटरेस्ट का तो इसका बिल्कुल सीधा जवाब है फ्लोटिंग रेट ऑफ इंटरेस्ट का ही चयन करना चाहिए। 


क्योंकि फ्लोटिंग रेट ऑफ इंटरेस्ट हमे फिक्स रेट ऑफ इंटरेस्ट के मुकाबले कम रेट ऑफ इंटरेस्ट पर मिलता है। जैसे कई बैंक आज 6.75% के रेट ऑफ इंटरेस्ट पर लोन ऑफर कर रहा है अगर में इस बैंक से होम लोन लेने जाता हूँ तो फिक्स रेट ऑफ इंटरेस्ट पर 1% अधिक इंटरेस्ट रेट मुझे चुकानी पड़ेगी फ्लोटिंग रेट ऑफ इंटरेस्ट के मुकाबले मान लीजिए अगर आप फिक्स रेट ऑफ इंटरेस्ट पर लोन लेते हैं तो वह आपको 1% महँगा पड़ेगा। यदि आपने फिक्स रेट ऑफ इंटरेस्ट पर लोन लिया है तो यदि आप समय से पहले लोन का भुगतान करते हैं या कोई भी एक मुश्त राशि याने lump sum amount जमा करना चाहते हैं जिससे कि आपका लोन जल्दी चूक जाए तो आपको prepayment penalty याने की पूर्व भुगतान राशि की फीस अलग से देनी होगी।


 लाभ: चूंकि दर स्थिर रहती है, आप जानते हैं कि आप कितना ब्याज शुल्क अग्रिम भुगतान कर रहे हैं। आपके ऋण को बार-बार होने वाले उतार-चढ़ाव से बचाया जाएगा और उधार दरों में बढ़ोतरी होने पर लंबे समय में पैसे की बचत होगी।


नुकसान: यदि मानक उधार दरों में गिरावट आती है, तो आपको लाभ नहीं होगा क्योंकि ब्याज घटक स्थिर रहता है।


Who can take home loan

होम लोन कोन ले सकता है

होम लोन भारत का कोई भी व्यक्ति ले सकता है। जिसके लिए आपकी उम्र कम से कम 18 वर्ष से 70 वर्ष होनी चाहिए। 70 वर्ष का मतलब ये है कि जब व्यक्ति 70 वर्ष की आयु का हो जायेगा तो उसका पूरा लोन समाप्त हो जाना चाहिए।


What is the minimum salary required to get a home loan

होम लोन लेने के लिए कम से कम कितनी तनख्वाह होनी चाहिए

होम लोन लेने के लिए कम से कम आपकी सैलरी वेतन 15,000 से 20,000 रुपए तक होनी चाहिए आपको कितना होम लोन मिल सकता है तो आपको आपके वेतन का 60 गुणा लोन मिल सकता है उदाहरण के लिए यदि आपका वेतन सैलरी 50,000 रुपये है तो तो आपको 30 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है। कम से कम आपको 8 लाख रुपये का होम लोन लेना ही पड़ेगा और अधिक से अधिक 5cr का लोन बैंक देती है।


होम लोन लेने के लिए किन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है।

What documents are required to get a home loan.

  1. आधार कार्ड

  2. पेन कार्ड

  3. 3 माह की वेतन पर्ची (सैलरी सिलिप)

  4. 6 माह का बैंक स्टेटमेंट

  5. ओर जो सम्प्पति खरीद रहे हैं उसके सबी दातावेज

  6. सम्पत्ति की रजिस्ट्री 

  7. एन ओ सी

  8. 3 साल का इनकम टैक्स रिटर्न     (यदि आप का बिज़नेस है तो )

  9. बिल्डिंग परमिशन की कॉपी

Home loan rate of interest

होम लोन ब्याजदर 

होम लोन की ब्याजदर सभी बैंकों की अलग अलग होती है। वर्तमान में आपको 6.45% से लेकर 8.25% की ब्याजदर रेट ऑफ इंटरेस्ट पर लोन आसानी से मिल सकता है।


Home loan down payment or LTV

होम लोन डाउन पेमेंट

 

यदि आप 30 लाख रुपये का लोन लेते हैं तो 30 लाख पर आपको 10% डाउन पेमेंट बैंक को देनी होगी और बाकी का 90% पेमेंट बैंक लोन आपको देगी यदि आप 30 लाख रुपये से 75 लाख रुपये का लोन लेते हैं तो 20% डाउन पेमेंट आपको बैंक को देनी होगी और 80% लोन आपको मिलेगा 75 लाख से ज्यादा के लोन पर आपको 25% डाउन पेमेंट आपको बैंक को देनी पड़ेगी और 75% बैंक आपको घर खरीदने के लिए लोन देगी।


होम लोन कितनी अवधि के लिए मिल सकता है

बैंक आपको सुविधाजनक पुनर्भुगतान की अवधि देते हैं ताकि आप आसानी से लोन का भुगतान कर सके। होम लोन 20 वर्ष से 30 वर्षों की अवधि के लिए मिलता है। 

प्रधान मंत्री आवास योजना का लाभ

अपने पहले घर के निर्माण या खरीद के लिए ई डब्ल्यू एस, एल आई जी और एम आई जी मकान से संबंधित पात्र लाभार्थियों को आवास लोन के ब्याज पर सब्सिडी सरकार के द्वारा दी जाती है।


पात्र लाभार्थियों के लिए 2.67 लाख रुपये तक की सब्सिडी आपके पहले मकान की खरीद या निर्माण कार्य मे लिए गए लोन की ब्याज पर दी जाती है। प्रत्येक श्रेणी में  लोन राशि पर सब्सिडी अधिकतम कार्यकाल 30 साल, 20 साल के लोन पर सब्सिडी मिलती है। यदि ये आपका पहला मकान है तो आप इसके पात्र है।




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